कभी-कभी मैदान पर होने वाली घटनाएं खेल से ज्यादा चर्चा में आ जाती हैं, और इस बार ऐसा ही हुआ एशिया कप के दौरान। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने हाल ही में एशिया कप विवाद पर अपना बड़ा फ़ैसला सुनाया है। इस फैसले के बाद क्रिकेट फैंस के बीच हलचल मच गई है। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ पर दो मैचों का बैन लगाया गया है, जबकि भारतीय टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है। वहीं, एक खिलाड़ी सजा से बच गया है। इस आर्टिकल में हम आपको पूरे मामले की सीधी और साफ जानकारी देंगे कि आखिर क्यों हुई ये सजा, किसने क्या कहा और अब आगे क्या असर पड़ेगा।
आपको बता दें कि यह मामला केवल मैदान पर हुई हरकतों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह खिलाड़ियों के रवैये और खेल की साख से जुड़ा है। इसलिए अगर आप क्रिकेट के सच्चे यूजर हैं और एशिया कप की हर खबर को करीब से फॉलो करते हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। इसमें हम बताएंगे कि आखिर क्या था पूरा विवाद, किस खिलाड़ी पर क्या कार्रवाई हुई और आने वाले मैचों पर इसका क्या असर पड़ेगा। तो इसे अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें आपको पूरी जानकारी एक ही जगह पर मिल जाएगी।
एशिया कप विवाद: क्या था पूरा मामला
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एशिया कप 2025 के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मुकाबले में कुछ खिलाड़ियों के आचरण पर आईसीसी की नज़र गई। सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ ने भारत के खिलाफ मैच के दौरान ‘विमान गिराने’ जैसा इशारा किया था, जिसे आईसीसी ने खेल की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला माना। इसी के चलते रऊफ को दो मैचों के लिए निलंबित कर दिया गया।
आईसीसी की विज्ञप्ति के मुताबिक, रऊफ पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना और चार डिमेरिट अंक लगाए गए हैं, जो अब दो निलंबन अंकों में बदल गए हैं। इसका मतलब है कि वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ होने वाले दो वनडे मैच नहीं खेल पाएंगे। आपको बता दें कि यह वही हरकत थी, जो रऊफ ने 14 सितंबर के मैच के दौरान भारतीय प्रशंसकों को उकसाने के लिए दोहराई थी।
सूर्यकुमार यादव पर क्यों लगा जुर्माना?
भारतीय टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव पर भी आईसीसी ने कार्रवाई की है। उन पर मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया है और दो डिमेरिट अंक दिए गए हैं। उनकी गलती यह बताई गई कि उन्होंने खेल के दौरान कुछ ऐसी टिप्पणियां कीं, जो खेल की साख को नुकसान पहुंचाने वाली मानी गईं।
हालांकि, मीडिया के अनुसार सूर्यकुमार ने पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति एकजुटता और भारतीय सशस्त्र बलों के समर्थन में बयान दिया था, जो कुछ देशों के क्रिकेट बोर्ड को पसंद नहीं आया। फिर भी, भारतीय फैंस ने सोशल मीडिया पर सूर्यकुमार का साथ दिया और उन्हें “रियल हीरो” बताया।
कौन बच गया सजा से?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस पूरे विवाद में एक खिलाड़ी सजा से बच गया — अर्शदीप सिंह। दरअसल, उनका नाम सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक क्लिप में आया था, जिसमें वे पाकिस्तानी फैंस का मजाक उड़ाते नजर आए थे। मगर आईसीसी मैच रेफरी को वह क्लिप आपत्तिजनक नहीं लगी, इसलिए उन पर कोई जुर्माना या डिमेरिट अंक नहीं लगाया गया।
वहीं, पाकिस्तानी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान पर भी एक डिमेरिट अंक लगाया गया है क्योंकि उन्होंने भारत के खिलाफ अर्धशतक पूरा करने के बाद “बंदूक चलाने” जैसा इशारा किया था।
बुमराह को भी चेतावनी
आईसीसी के अनुसार, भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भी चेतावनी दी गई है। उन्होंने फाइनल मैच में हारिस रऊफ को बोल्ड करने के बाद ‘विमान गिराने’ जैसा इशारा किया था। हालांकि, उन्होंने अपनी गलती मान ली और आईसीसी के आरोप को स्वीकार कर लिया। इसलिए उन्हें केवल एक डिमेरिट अंक दिया गया और कोई बैन नहीं लगाया गया।
भारत और पाकिस्तान के बीच फिर बढ़ा तनाव
सूत्रों के मुताबिक, इस विवाद के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। भारतीय टीम ने फाइनल के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया और एशियाई क्रिकेट परिषद के पाकिस्तानी प्रमुख मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि नकवी नाराज होकर ट्रॉफी लेकर चले गए, जो अब तक भारतीय टीम को नहीं दी गई है।
एशिया कप 2025 के इस विवाद ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि खेल केवल मैदान तक सीमित नहीं रहता, बल्कि खिलाड़ियों के व्यवहार से उसकी पहचान बनती है। आईसीसी का यह कदम खेल की मर्यादा बनाए रखने की दिशा में जरूरी माना जा रहा है। अब देखना होगा कि आने वाले मैचों में खिलाड़ी इस तरह की हरकतों से दूर रहते हैं या नहीं।
अगर आप भी क्रिकेट प्रेमी हैं तो आप समझ सकते हैं कि इस तरह के फैसले खेल को साफ-सुथरा रखने के लिए कितने अहम हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले समय में आईसीसी इस तरह के मामलों पर और सख्त रुख अपनाने की तैयारी में है।