दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ने फाइनल में ‘आउट ऑफ सिलेबस’ पल को स्वीकारा।

महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक रोमांचक और दिलचस्प अनुभव रहा। भारत और साउथ अफ्रीका की टीमें फाइनल में भिड़ीं, लेकिन अंत में भारत ने 52 रन से जीत दर्ज की। इस हार के पीछे साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वूल्वार्ट ने मैच के बाद बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि टीम को हार का सामना करने का सबसे बड़ा कारण 21 साल की युवा खिलाड़ी शैफाली वर्मा की कमाल की गेंदबाजी रही।

इस आर्टिकल में हम आपको फाइनल मैच की पूरी जानकारी देंगे, साथ ही बताएंगे कि शैफाली ने किस तरह अपनी गेंदबाजी से खेल का रुख बदल दिया। अगर आप क्रिकेट के फैन हैं या खेल की दिलचस्प जानकारियों में रुचि रखते हैं, तो इसे अंत तक जरूर पढ़ें।

साउथ अफ्रीका की कप्तान का बड़ा खुलासा

लौरा वूल्वार्ट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि शैफाली वर्मा फाइनल में इतनी ज्यादा गेंदबाजी करेंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शैफाली ने बीच के ओवर्स में आकर दो बड़े विकेट लिए, जिससे टीम का मनोबल गिरा। उन्होंने कहा, “वर्ल्ड कप फाइनल में आप किसी पार्ट-टाइम गेंदबाज के खिलाफ विकेट नहीं देना चाहते, लेकिन हमने उनके खिलाफ दो अहम विकेट गंवा दिए। यही वजह रही कि हम मैच में पीछे हो गए।”

उनकी इस बात से साफ होता है कि शैफाली की गेंदबाजी ने मैच का टर्निंग पॉइंट बना दिया। आप की जानकारी के लिए बता दें कि इस स्पेल से पहले शैफाली ने अपने पूरे वनडे करियर में केवल 14 ओवर ही डाले थे।

शैफाली वर्मा ने कैसे बदला खेल का रुख

शैफाली वर्मा ने अपने पहले ही स्पेल में दक्षिण अफ्रीका की दो बड़ी बल्लेबाज सुने लुस और मारिजेन कैप्प को आउट किया। इसके बाद साउथ अफ्रीका की टीम थोड़े समय के लिए बैकफुट पर आ गई। उनकी धीमी गेंद और विकेट टू विकेट गेंदबाजी ने विरोधी टीम को संभलने का मौका ही नहीं दिया।

मीडिया के अनुसार, शैफाली की यह गेंदबाजी इतनी असरदार रही कि टीम इंडिया ने इसे पूरी तरह मैच जीतने के लिए इस्तेमाल किया। उनके कमाल के प्रदर्शन के चलते उन्हें फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला।

हरमनप्रीत कौर ने शैफाली की तारीफ की

टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने शैफाली की गेंदबाजी की तारीफ करते हुए कहा कि जब लौरा वूल्वार्ट और सुने लुस अच्छी बल्लेबाजी कर रही थीं, तो उन्होंने शैफाली को गेंदबाजी करने के लिए तैयार देखा। हरमनप्रीत ने कहा, “मैंने उससे सिर्फ पूछा कि क्या तुम एक ओवर डाल सकती हो? और वह तैयार हो गई। उसने अपनी टीम के लिए पूरी तैयारी के साथ गेंदबाजी की और यही मैच का टर्निंग पॉइंट बना।”

फाइनल मैच का सारांश

  • भारत ने 52 रन से जीत दर्ज की।
  • शैफाली वर्मा ने दो अहम विकेट लिए।
  • लौरा वूल्वार्ट ने मैच हारने की मुख्य वजह बताई।
  • हरमनप्रीत कौर ने शैफाली की गेंदबाजी को कमाल बताया।
  • शैफाली को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला।

आपको बता दें कि फाइनल मैच में शैफाली वर्मा ने यह साबित कर दिया कि कभी-कभी कम अनुभव और उम्र बड़ी उपलब्धियां ला सकती है। उनकी गेंदबाजी ने न केवल टीम इंडिया को फ़ायदा पहुँचाया, बल्कि क्रिकेट प्रेमियों को भी एक यादगार खेल देखने को मिला।

महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल सिर्फ भारत और साउथ अफ्रीका के बीच मुकाबला नहीं था, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों के कमाल और क्रिकेट की रोमांचक कहानियों का उदाहरण भी साबित हुआ। शैफाली वर्मा ने दिखाया कि अगर अवसर मिले और हिम्मत हो तो खिलाड़ी कमाल कर सकती है। साउथ अफ्रीका की टीम ने हार का सामना किया, लेकिन उनका खेल और प्रयास भी काबिल-ए-तारीफ था।

इस मैच से यूजर यह सीख सकते हैं कि कभी-कभी मैच का रुख एक या दो शानदार प्रदर्शन से पूरी तरह बदल सकता है। शैफाली वर्मा ने यह कमाल दिखाया और अपने करियर में एक यादगार पल जोड़ दिया।

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