भारतीय क्रिकेट के दो सबसे भरोसेमंद नाम — रोहित शर्मा और विराट कोहली — अब अपने करियर के उस मोड़ पर हैं जहां हर फैसला एक नई बहस को जन्म देता है। हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में जीत के बाद जब हेड कोच गौतम गंभीर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे, तो उनसे पहला सवाल रोहित और कोहली के वनडे भविष्य को लेकर पूछा गया। इस सवाल ने न सिर्फ यूजर्स की जिज्ञासा बढ़ा दी, बल्कि सोशल मीडिया पर भी एक नई चर्चा छेड़ दी है।
क्या ये दोनों दिग्गज 2027 वर्ल्ड कप की योजनाओं में शामिल होंगे? आइए जानते हैं इस पूरे मामले की पूरी जानकारी।
आपको बता दें, इस आर्टिकल में हम विस्तार से बताएंगे कि गौतम गंभीर ने इस सवाल पर क्या कहा, बीसीसीआई की रणनीति क्या हो सकती है, शुभमन गिल को कप्तानी क्यों दी गई, और आखिर रोहित-विराट की मौजूदगी टीम इंडिया के लिए क्यों मायने रखती है। इसलिए अगर आप भारतीय क्रिकेट से जुड़ी हर जरूरी अपडेट जानना चाहते हैं, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
कोच गंभीर ने रोहित और विराट के वनडे भविष्य पर क्या कहा?
वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार टेस्ट जीत के बाद जब कोच गौतम गंभीर से वनडे को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने दो टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा,
“2027 वर्ल्ड कप अभी ढाई साल दूर है। हमें वर्तमान पर ध्यान देना चाहिए। रोहित और विराट बेहतरीन खिलाड़ी हैं और हमें उम्मीद है कि उनका आने वाला ऑस्ट्रेलिया दौरा शानदार रहेगा।”
गंभीर का यह बयान संकेत देता है कि फिलहाल बीसीसीआई की रणनीति भविष्य की योजना बनाने से ज़्यादा, अभी के प्रदर्शन पर आधारित है। इससे साफ है कि खिलाड़ियों की उम्र से ज़्यादा उनके मौजूदा फॉर्म और फिटनेस को प्राथमिकता दी जा रही है।
शुभमन गिल को कप्तान बनाए जाने का क्या मतलब है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में शुभमन गिल को भारत का नया वनडे कप्तान बनाया गया है। यह फ़ैसला साफ संकेत देता है कि बीसीसीआई आने वाले वर्ल्ड कप के लिए युवा टीम तैयार कर रही है। गिल की बल्लेबाज़ी में निरंतरता और कप्तानी में जोश है, जो टीम इंडिया के भविष्य के लिए अच्छा संकेत हो सकता है।
शुभमन को कप्तानी सौंपना इस बात को दर्शाता है कि बोर्ड अब धीरे-धीरे नेतृत्व परिवर्तन की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिसमें युवा खिलाड़ियों को बड़े मंच पर तैयार किया जाएगा।
क्या रोहित और कोहली को 2027 वर्ल्ड कप तक मौका मिलेगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रोहित शर्मा और विराट कोहली फिलहाल सिर्फ वनडे फॉर्मेट में ही खेल रहे हैं। अगर 2027 वर्ल्ड कप तक उन्हें टीम में बनाए रखना है, तो उनकी फॉर्म और फिटनेस को उसी स्तर पर बनाए रखना होगा।
आपको बता दें कि 2027 तक रोहित की उम्र करीब 40 और कोहली की 38 साल हो जाएगी। ऐसे में यह कहना अभी मुश्किल है कि क्या वे इतने लंबे समय तक टॉप लेवल पर प्रदर्शन कर पाएंगे। लेकिन अगर कोई खिलाड़ी खुद को फिट और फ़ॉर्म में रखता है, तो उम्र कोई बाधा नहीं बनती — और ये दोनों खिलाड़ी इस कसौटी पर खरे उतर सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी में दोनों का प्रदर्शन रहा शानदार
इस साल फरवरी में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने जीत हासिल की थी। उस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने थे और विराट कोहली भारत के टॉप 5 बल्लेबाज़ों में शामिल थे। यह दर्शाता है कि जब बात बड़े मैचों की आती है, तो ये खिलाड़ी अब भी गेम को बदलने की ताकत रखते हैं।
टीम इंडिया की रणनीति क्या हो सकती है?
- बीसीसीआई फिलहाल फॉर्म और फिटनेस पर आधारित चयन नीति को अपनाए हुए है।
- युवा खिलाड़ियों को मौके देना जारी रहेगा, लेकिन अनुभवी खिलाड़ियों को पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं किया जाएगा।
- बड़े टूर्नामेंट से पहले अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन बनाए रखना प्राथमिकता होगी।
फैंस क्या सोच रहे हैं?
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स का मानना है कि विराट और रोहित को अभी और मौका मिलना चाहिए। वहीं कुछ लोगों का यह भी कहना है कि अब टीम को नई दिशा में ले जाने का वक्त आ गया है। दोनों ही राय में दम है, लेकिन अंतिम फ़ैसला प्रदर्शन और टीम की ज़रूरतों के आधार पर होगा।
गौतम गंभीर ने अपने बयान से यह साफ कर दिया है कि अभी कोई गारंटी नहीं दी जा सकती कि रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 वर्ल्ड कप का हिस्सा होंगे या नहीं। फिलहाल टीम का फोकस अगले सीरीज और टूर पर है। रोहित और कोहली जैसे खिलाड़ी अगर फ़ॉर्म में हैं, तो उन्हें नजरअंदाज करना आसान नहीं होगा। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में उनकी फिटनेस और प्रदर्शन टीम मैनेजमेंट को क्या फ़ैसला लेने पर मजबूर करता है।
तो, आपके हिसाब से रोहित और विराट को 2027 वर्ल्ड कप तक खेलना चाहिए या नहीं? कमेंट में ज़रूर बताएं!