जब कोई खिलाड़ी अपने प्रदर्शन और समर्पण से लाखों दिलों को छूता है, तो उसका नाम इतिहास में दर्ज हो जाता है। ऐसा ही एक ऐतिहासिक पल हाल ही में भारत और ऑस्ट्रेलिया महिला वर्ल्ड कप 2025 के मुकाबले से पहले विशाखापट्टनम में देखने को मिला, जब महिला क्रिकेट की जानी-मानी खिलाड़ी मिताली राज के नाम पर वाइजेग के ACA-VDCA स्टेडियम में एक स्टैंड का उद्घाटन किया गया। वहीं, आंध्र प्रदेश की एक और पूर्व खिलाड़ी रवि कल्पना को भी खास सम्मान दिया गया।
इस लेख में हम आपको इस पूरे आयोजन से जुड़ी जरूरी जानकारी देंगे जो न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों के लिए गौरव की बात है, बल्कि महिला क्रिकेट के भविष्य के लिए भी एक अच्छा संकेत है।
आपको बता दें कि इस लेख में आपको मिताली राज और रवि कल्पना को मिले सम्मान से जुड़ी हर जानकारी मिलेगी। यह जानना जरूरी है कि कैसे एक छोटे शहर से निकली दो महिला खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया और आज उन्हीं के नाम पर स्टेडियम में एक स्टैंड और गेट बनवाया गया है।
अगर आप महिला क्रिकेट के फैन हैं या किसी भी खेल से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियों में रुचि रखते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। अंत तक ज़रूर पढ़ें ताकि कोई भी जरूरी बात छूट न जाए।
मिताली राज को मिला ऐतिहासिक सम्मान
महिला क्रिकेट की सबसे भरोसेमंद और सफल खिलाड़ी मिताली राज को वाइजेग स्टेडियम में उनके नाम का स्टैंड समर्पित किया गया है।
यह स्टैंड केवल एक संरचना नहीं है, बल्कि उन सालों की मेहनत, त्याग और समर्पण की पहचान है जो मिताली ने देश के लिए खेलते हुए दिखाया। उन्होंने 1999 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत की थी और अपने 23 साल के करियर में 10,868 रन बनाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मिताली राज के इस सम्मान समारोह में ICC अध्यक्ष जय शाह, BCCI के नए अध्यक्ष मिथुन मन्हास, ICC के CEO संजोग गुप्ता, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और CEO टॉड ग्रीनबर्ग भी शामिल हुए। यह आयोजन महिला क्रिकेट के बढ़ते कद को दर्शाता है।
स्मृति मंधाना की पहल से मिला सम्मान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह आइडिया सबसे पहले भारत की सलामी बल्लेबाज़ स्मृति मंधाना ने अगस्त में आंध्र प्रदेश के IT मंत्री नारा लोकेश को दिया था। मंधाना की इस सोच को प्रदेश सरकार ने हाथों-हाथ लिया और जल्द ही इस पर काम भी शुरू हो गया।
मिताली की भावुक प्रतिक्रिया
स्टैंड का उद्घाटन होते ही मिताली ने कहा, “यह मेरे लिए गर्व की बात है कि इस स्टेडियम में मेरे नाम का स्टैंड है। विशाखापट्टनम मेरे दिल के बेहद करीब है क्योंकि मैंने यहां अपने करियर की शुरुआत की थी और इसी मैदान पर खुद को निखारा। महिला क्रिकेट को इस ऊंचाई तक पहुंचते देखना मेरे लिए गर्व की बात है।”
उन्होंने ICC और जय शाह का भी शुक्रिया अदा किया और कहा कि महिला क्रिकेट आज नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है और अब अवसरों की कोई कमी नहीं है।
रवि कल्पना को भी मिला ख़ास फ़ायदा
आंध्र प्रदेश की पूर्व विकेटकीपर और कप्तान रवि कल्पना के नाम पर वाइजेग स्टेडियम के एक गेट का नाम रखा गया है। कल्पना ने इस मौके पर कहा, “ये सपने के सच होने जैसा है। कभी सोचा नहीं था कि मिताली दीदी के साथ मुझे भी ऐसा सम्मान मिलेगा।”
उनका ये बयान इस बात की गवाही देता है कि मेहनत और लगन से कोई भी खिलाड़ी न सिर्फ पहचान बना सकता है, बल्कि अपने राज्य और देश के लिए प्रेरणा बन सकता है।
खास मेहमानों की मौजूदगी ने बनाया पल और भी यादगार
इस मौके पर मौजूद दिग्गज क्रिकेट अधिकारियों और मेहमानों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। यह महिला क्रिकेट को एक नई दिशा देने का संकेत भी है, जहां हर खिलाड़ी को उसकी मेहनत और योगदान के लिए सराहा जाएगा।
क्यों है ये पल महिला क्रिकेट के लिए अच्छा संकेत?
- यह आयोजन महिला क्रिकेट को सामाजिक पहचान दिलाने में मदद करेगा।
- युवा लड़कियों को क्रिकेट को करियर के रूप में देखने की प्रेरणा मिलेगी।
- खिलाड़ियों को यह महसूस होगा कि उनके योगदान को सराहा जाता है।
- सरकार और क्रिकेट संघों का सक्रिय समर्थन महिला क्रिकेट के विकास को तेज़ी देगा।
भारत में महिला क्रिकेट अब केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक मिशन बन चुका है। मिताली राज और रवि कल्पना को मिला यह सम्मान आने वाली पीढ़ियों को यह संदेश देता है कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। वाइजेग स्टेडियम में यह ऐतिहासिक पल महिला क्रिकेट के सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ाया गया एक मजबूत कदम है।
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