क्रिकेट की दुनिया में कुछ पल ऐसे होते हैं जो सिर्फ रिकॉर्ड बुक में नहीं, बल्कि दिलों में हमेशा के लिए बस जाते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ओपनर और कम ओवर की टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा के करियर में भी एक ऐसा ही पल आया जब उन्होंने एमएस धोनी के साथ मिलकर कुछ ऐसा कर दिखाया, जिसे फैंस कभी नहीं भूल सकते।
हम बात कर रहे हैं 2 नवम्बर 2013 की उस ऐतिहासिक पारी की, जब रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला दोहरा शतक ठोका और क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया। इस खास मौके पर धोनी उनके साथ मैदान पर थे, और यही साझेदारी रोहित के लिए आज भी सबसे खास मानी जाती है।
आपको बता दें, इस लेख में हम आपको रोहित शर्मा की उस यादगार पारी की पूरी जानकारी देंगे, जिसमें उन्होंने न सिर्फ रिकॉर्ड बनाए, बल्कि धोनी के साथ मिलकर एक ऐसा लम्हा गढ़ा जो आज भी क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में ताजा है।
इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि इसमें आपको रोहित और धोनी की साझेदारी के पीछे की कहानी, मैदान पर हुआ रोमांच और वो बातें मिलेंगी जो शायद आपने पहले कभी नहीं पढ़ी हों।
रोहित शर्मा का पहला दोहरा शतक और धोनी के साथ सबसे खास साझेदारी
2 नवम्बर 2013, बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज़ का आखिरी मुकाबला चल रहा था। भारत की ओर से ओपनिंग करने उतरे रोहित शर्मा उस दिन कुछ अलग ही लय में थे। उन्होंने पारी की शुरुआत में ही बता दिया था कि आज का दिन उनका है।
शिखर धवन के साथ 112 रनों की साझेदारी के बाद, रोहित ने सुरेश रैना के साथ 72 रन जोड़े। लेकिन असली धमाका तब शुरू हुआ जब एमएस धोनी क्रीज पर आए। धोनी और रोहित की जोड़ी ने मिलकर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़ों की जमकर धुनाई की और महज 59 गेंदों में 167 रन जोड़ दिए। इस साझेदारी ने न सिर्फ मैच का रुख पलटा बल्कि रोहित को उनके करियर की पहली दोहरी सेंचुरी तक पहुंचा दिया।
धोनी और रोहित की साझेदारी ने कैसे बदला मैच
- धोनी ने मैदान पर आते ही आक्रामक अंदाज़ में बल्लेबाज़ी शुरू की
- दोनों बल्लेबाज़ों ने स्ट्राइक रोटेट करते हुए लगातार बाउंड्री लगाईं
- रोहित ने 12 चौकों और 16 छक्कों के साथ 209 रन बनाए
- वहीं, धोनी ने भी केवल 38 गेंदों पर 62 रनों की शानदार पारी खेली
आपकी जानकारी के लिए बता दें, धोनी के साथ इस साझेदारी के दौरान रोहित का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था। उनके शॉट्स में टाइमिंग, क्लास और आक्रामकता—सब कुछ था।
वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी नहीं थे रोहित, लेकिन…
रोहित शर्मा से पहले वनडे क्रिकेट में सिर्फ दो भारतीय खिलाड़ियों ने दोहरे शतक लगाए थे — सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग। लेकिन रोहित ने जो किया वो किसी और ने नहीं किया था। वह पहले ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होंने वनडे में तीन बार दोहरा शतक जमाया।
- पहला दोहरा शतक: 209 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2013, बेंगलुरु)
- दूसरा दोहरा शतक: 264 रन बनाम श्रीलंका (2014, कोलकाता)
- तीसरा दोहरा शतक: 208* रन बनाम श्रीलंका (2017, मोहाली)
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रोहित का कहना है कि उनका पहला दोहरा शतक सिर्फ एक पारी नहीं, एक इमोशन था, जो एमएस धोनी के साथ खेलने से और भी खास बन गया।
फ्रेंडशिप डे पर रोहित ने याद किया यह खास लम्हा
रोहित शर्मा ने फ्रेंडशिप डे के मौके पर ट्विटर पर एक वीडियो के ज़रिए यूजर्स से बातचीत के दौरान यह खुलासा किया कि धोनी के साथ उनकी यह साझेदारी उनके करियर का सबसे अच्छा पल है। उन्होंने कहा, “एमएस के साथ मेरी सबसे यादगार साझेदारी वही थी, जब मैंने अपना पहला दोहरा शतक बनाया। उस दिन हमने साथ में लंबी बैटिंग की और मुझे वो पल आज भी याद है।”
रोहित-धोनी की बॉन्डिंग की खास बात
- मैदान पर दोनों की समझ बेमिसाल थी
- धोनी हमेशा रोहित को शांत और आत्मविश्वास से खेलने की सलाह देते थे
- रोहित का कहना है कि धोनी के साथ बैटिंग करना हमेशा सुकून देने वाला अनुभव रहा है
- दोनों ने मिलकर भारत को कई अहम मुकाबले जिताए हैं
रोहित शर्मा का पहला दोहरा शतक सिर्फ आंकड़ों की कहानी नहीं है, यह एक यादगार लम्हा है जिसमें दो भारतीय दिग्गजों की दोस्ती, समझ और क्रिकेट के प्रति जुनून साफ नजर आता है। एमएस धोनी के साथ उनकी साझेदारी ने ना सिर्फ मैच जीता, बल्कि लाखों दिलों में एक यादगार छवि छोड़ दी। यही वजह है कि रोहित के लिए धोनी के साथ वो पल आज भी सबसे खास है।
अगर आप भी भारतीय क्रिकेट के फैन हैं, तो यकीनन ये कहानी आपके दिल को छू जाएगी। ऐसी ही और दिलचस्प क्रिकेट कहानियों के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ।