क्रिकेट की दुनिया में कुछ खिलाड़ी अपनी मेहनत और निरंतर प्रदर्शन से एक अलग पहचान बना लेते हैं। जोश हेज़लवुड भी उन्हीं में से एक हैं। जब वह 26 साल के हुए, तब उन्होंने दुनिया के नंबर 1 तेज गेंदबाज़ बनकर अपना जन्मदिन मनाया – और यही नहीं, उनके प्रदर्शन ने कई दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया। इस आर्टिकल में हम आपको हेज़लवुड की शानदार गेंदबाज़ी के कुछ ऐसे चौंकाने वाले आंकड़े बताएंगे, जो शायद ही आपने पहले देखे हों।
आपको बता दें कि यह सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी नहीं है, बल्कि एक ऐसी प्रेरणा है जो हर क्रिकेट प्रेमी के दिल को छू जाती है। इस लेख में आप जानेंगे कि कैसे जोश हेज़लवुड ने कम उम्र में ही अपने प्रदर्शन से दिग्गज गेंदबाज़ों की लिस्ट में जगह बना ली। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें, क्योंकि यहां आपको जो जानकारी मिलेगी वो हर क्रिकेट प्रेमी के लिए बेहद काम की है।
हेज़लवुड की रैंकिंग और आंकड़े: दिग्गजों से भी आगे
जोश हेज़लवुड की आईसीसी गेंदबाज़ रैंकिंग में जबरदस्त छलांग ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। आईसीसी की खिलाड़ी रेटिंग में उन्होंने 860 अंक हासिल किए, जिससे वह तेज़ गेंदबाज़ों में नंबर 1 और सभी गेंदबाज़ों में तीसरे स्थान पर आ गए।
आपकी जानकारी के लिए बता दें:
- यह रेटिंग वेस्टइंडीज के महान माइकल होल्डिंग के बराबर है।
- उन्होंने वसीम अकरम (830), शोएब अख्तर (855), और इयान बिशप (840) जैसे नामचीन खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है।
- ऑस्ट्रेलिया के कई महान गेंदबाज़ों से भी उनका प्रदर्शन बेहतर रहा है, जिनमें मिशेल जॉनसन (849), ब्रेट ली (811), और जेफ थॉमसन (806) शामिल हैं।
हेज़लवुड की यह रेटिंग अब तक किसी भी ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ की 14वीं सबसे बढ़िया रेटिंग है। ग्लेन मैक्ग्रा और रयान हैरिस के बाद वह इस लिस्ट में टॉप पर आने वाले चुनिंदा गेंदबाज़ों में से एक हैं।
26 साल की उम्र में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले टॉप 5 ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज़
जोश हेज़लवुड ने न सिर्फ रैंकिंग में बल्कि विकेटों के मामले में भी ज़बरदस्त कमाल किया है। 26वें जन्मदिन तक उन्होंने 109 विकेट चटकाए थे, जो उन्हें इस लिस्ट में चौथे स्थान पर लाते हैं।
यहां देखिए टॉप 5 गेंदबाज़ों की लिस्ट:
- शेन वार्न – 176 विकेट (औसत 24.09)
- ग्राहम मैकेंजी – 161 विकेट (औसत 29.19)
- क्रेग मैकडरमोट – 111 विकेट (औसत 30.58)
- जोश हेज़लवुड – 109 विकेट (औसत 24.78)
- मिशेल स्टार्क – 91 विकेट (औसत 30.08)
इन आंकड़ों से साफ़ है कि हेज़लवुड का गेंदबाज़ी करियर शुरुआत से ही मजबूत रहा है और वह लगातार बेहतरी की ओर बढ़ रहे हैं।
हेज़लवुड की कामयाबी का राज: फिटनेस और मेहनत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रयान हैरिस जैसे पूर्व दिग्गज गेंदबाज़ों ने भी हेज़लवुड की मेहनत और फिटनेस की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि जब हेज़लवुड ने भारत के खिलाफ 2014 में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, तब ही साफ़ हो गया था कि यह खिलाड़ी एक दिन बड़ा नाम बनेगा।
- उन्होंने उस सीरीज़ में 12 विकेट लिए थे।
- अपनी फिटनेस पर खास ध्यान देकर हेज़लवुड ने थकावट में भी उम्दा प्रदर्शन करना सीख लिया है।
- एक पारी में 42 ओवर फेंकने जैसे कारनामे साबित करते हैं कि वह मानसिक और शारीरिक दोनों रूप से मजबूत हैं।
मैक्ग्रा से तुलना और खुद की पहचान
हेज़लवुड की तुलना अक्सर ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज़ ग्लेन मैक्ग्रा से की जाती है – और इसमें कोई हैरानी नहीं। दोनों ही गेंदबाज़ों की ताकत उनकी सटीक लाइन-लेंथ और निरंतरता है।
- मैक्ग्रा ने 26 टेस्ट मैचों में 110 विकेट लिए थे औसत 24.91 से।
- वहीं हेज़लवुड ने 109 विकेट लिए 24.78 की औसत से।
हालांकि, खुद रयान हैरिस का कहना है कि हेज़लवुड को उनकी तुलना से ज़्यादा अपनी अलग पहचान पर ध्यान देना चाहिए – और वह ऐसा कर भी रहे हैं।
स्टार्क की छाया से बाहर निकलते हुए
जोश हेज़लवुड को लंबे समय तक मिशेल स्टार्क की छाया में देखा गया, लेकिन इस गर्मी के सीज़न में उन्होंने खुद को ऑस्ट्रेलिया के सबसे भरोसेमंद गेंदबाज़ के तौर पर स्थापित कर लिया।
- उन्होंने घरेलू टेस्ट में 32 विकेट लिए, औसत 20.90 से।
- 2007-08 के बाद ब्रेट ली के बाद सबसे ज़्यादा गेंदें (1645) फेंकने वाले तेज गेंदबाज़ बने।
इन सभी आंकड़ों और उपलब्धियों को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि जोश हेज़लवुड ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का भविष्य हैं – और शायद क्रिकेट इतिहास के भी।
जोश हेज़लवुड की यह कहानी हमें बताती है कि लगातार मेहनत, फिटनेस और एकाग्रता से कोई भी खिलाड़ी खुद को साबित कर सकता है। आज वो दुनिया के नंबर 1 तेज गेंदबाज़ हैं और आने वाले समय में उनसे और भी कई रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद की जा रही है।
अगर आप क्रिकेट के सच्चे दीवाने हैं, तो हेज़लवुड की यह यात्रा आपके लिए प्रेरणा से कम नहीं होगी। यह सिर्फ एक खिलाड़ी की कामयाबी की कहानी नहीं, बल्कि क्रिकेट के जुनून का उदाहरण है।